फरवरी में बन रहा है - शुक्र मंगल युति योग - 6 राशि के लोगों को मिलेगा वरदान

Acharya Rekha Kalpdev | 08-Feb-2024

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भचक्र में ग्रह अपने पथ पर निरंतर गति कर रहे है, ग्रहों की यह गति ही गोचर कहलाती है। गोचर में गति करते हुए ग्रह कई बार अनेक शुभ / अशुभ और विशेष योग बना रहे होते है। गोचर में ग्रहों की यह विशेष स्थिति कुछ ख़ास योगों का निर्माण करती है। दो या दो से अधिक ग्रहों का एक साथ होना, कुछ अलग प्रभाव प्राप्त होने का संकेत देता है। फरवरी माह में 12 फरवरी, सोमवार, 2024 से लेकर 07 मार्च 2024 के मध्य शुक्र और मंगल की युति का योग बन रहा है। शुक्र वैभव का कारक ग्रह है। इसके अलावा शुक्र जीवनसाथी, विवाह, रतिक्रिया, प्रेम, सम्बन्ध, संगीत, काव्य, इत्र-सुगंध, घर की साज सज्जा, ऐश्वर्य, फूल, फूलदार वृक्ष, पौधे, सौंदर्य, आँखों की रौशनी, आभूषण, जलीय स्थान, सफ़ेद रंग, वाहन, शयन कक्ष, सुख साधन आदि। साथ ही शुक्र शुक्राणु, रति का शौकीन, प्रेम सम्बन्ध, आकर्षक व्यक्तित्व, नृत्य कला, ड्रामा, अभिनय, सिनेमा का कारक है। शुक्र से इत्र, सजावट की वस्तु, सिल्क, रंगों में रतिक्रिया के अंग, लिंग, मूत्राशय, बाल, शुक्राणु आदि देखे जाते है।

तथा मंगल से शक्ति, साहस, पराक्रम, प्रतियोगिता, क्रोध, उत्तेजना, षड़यंत्र, शत्रु, विपक्ष, विवाद, शास्त्र, सेनाध्यक्ष, युद्ध, दुर्घटना, अग्नि, घाव, भूमि, अचल सम्पत्ति, छोटा भाई, चाचा का लड़का, नेता, पुलिस,स अर्जन, मैकेनिकल, इंजिनियर, अग्निभय, आँखे, छोटे भाई, फौजी, मजदूरों का नेता, हथियार, भूमि, तम्बाकू, सरसों, रसोई घर, इंजन, अग्नि स्थल, युद्ध भूमि, पुलिस स्टेशन, रक्त, पेशी, सिर, नाक, कान आदि। रक्त सम्बन्धी रोग उच्च या निम्न रक्तचाप, रक्तस्त्राव, अग्नि से जलना, गर्भपात आदि मंगल से देखा जाता है।

मंगल पुरुषतत्व प्रधान ग्रह है और शुक्र स्त्रीतत्व प्रधान ग्रह है। दो विपरीत लिंग ग्रहों का एक साथ एक ही राशि में गोचर करना प्रेम, आकर्षण, वैवाहिक जीवन और प्रणय संबंधों को विशेष रूप से प्रभावित करता है। ग्रहों की युति से मिलने वाले फल इस बात पर निर्भर करते है कि यह योग किस राशि और किस भाव में बन रहा है? कौन से ग्रह इस युति को दृष्टि दे रहे है, इस से युति योग से मिलने वाले फल इससे प्रभावित होते है। शुक्र और मंगल की युति फरवरी माह में मकर राशि में हो रही है। मकर राशि शनि की राशि है, और शनि की राशि में उच्च का मंगल शुक्र के साथ गोचर करने वाला है। उच्च का मंगल वैसे भी वैदिक ज्योतिष में विशेष फल देने वाला कहा गया है।

उच्च का मंगल आक्रामक होता है और शुक्र कोमलता का प्रतीक है, एक पुरुषों का प्रतिनिधित्व करता है, और दूसरा स्त्रियों का। दोनों प्रणय का संकेत देते है। उच्च के मंगल - शुक्र की युति तीव्र गति से वाहन चलाने की सूचक है। शुक्र मंगल की युति आनंद और उत्साह को बढ़ाती है। मकर राशि में यह युति होने के कारण कर्क और मकर राशि के जातक ऊर्जा और जोश से सुख का अनुभव करेंगे। प्रेमियों के लिए यह अवधि साहसिक कदम उठाने की रहेगी। इच्छाओं को पूरा करने के लिए अधिक जोखिम लेने से बचना होगा। मंगल-शुक्र की युति समय पर काम पूरा करने के लिए प्रोत्साहित करेगी।

जूनून और करुणा दोनों व्यवसायिक सफलता देगा। कार्यक्षेत्र में स्त्रियों का साथ मिलने से कार्यों में रचनात्मकता रहेगी। यह समय वाहन चालकों और भोजन बनाने का काम करने वालों के लिए ख़ास रहेगा। प्रदर्शन और साहस दोनों के लिए यह समय विशेष रहेगा। प्रेम और स्नेह का समय है। जोखिम पूर्ण क्षेत्रों में धन विनियोजन करने के लिए समय साथ दे रहा है। इस दशावधि में शुक्र और मंगल विभिन्न राशियों को किस प्रकार के फल देने वाले है- आइये जानें

मेष राशि के लिए मंगल-शुक्र युति दशम भाव

मेष राशि के लिए मंगल लग्नेश और अष्टमेश है, और शुक्र २रे भाव और ७वें भाव के स्वामी है, लग्नेश का सप्तमेश के साथ दशम भाव में युति करना, दशम भाव कर्म क्षेत्र है, करियर का भाव है, इस भाव में मंगल और शुक्र की युति के प्रभाव से इस अवधि को करियर में महिलाओं के सहयोग से महत्वपूर्ण कार्य के पूर्ण होने के योग बना रहा है। ऑफिस में आप आगे बढ़कर समस्याओं का निराकरण करेंगे, और महिलाओं के हितों की रक्षा करने का कार्य भी आपके द्वारा इस समय हो सकता है। इस अवधि में आप रुकी हुई योजनाओं को फिर से चालु करने का प्रयास करेंगे। आवेश, ऊर्जा और जोश सामान्य से अधिक रहेगा। पार्टनरशिप बिजनेस में इस युति के प्रभाव से लाभकारी परिणाम सामने आ सकते है।

 

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वृषभ राशि के लिए मंगल-शुक्र युति नवम भाव

लग्नेश और द्वादशेश की युति नवम भाव में होने पर, जीवन साथी के साथ यात्राओं पर जाने के योग बन सकते है। यह समय पर्यटन पर खर्च, रूचि, मनोरंजन और मनपसंद कार्य करने का रहेगा। यात्राओं में अपने वाहन का प्रयोग सावधानी के साथ करें। गति पर नियंत्रण इस समय आवश्यक है। वैवाहिक जीवन या पार्टनरशिप में अगर किसी प्रकार का कोई विवाद चल रहा हो तो उसे कोर्ट कचहरी या न्यायालय तक ले जाने से बचे। नया वाहन और भूमि भवन लेने के लिए भी समय की अनुकूलता है। घर के किचन की सज्जा में बदलाव और किचन को आधुनिकरण करने की योजनाओं को सफलतापूर्वक पूरा किया जा सकता है।

कर्क राशि के लिए मंगल-शुक्र युति सप्तम भाव

मंगल और शुक्र की युति कर्क राशि के सप्तम भाव में हो रही है। कर्क राशि वालों की यह युति सबसे अधिक प्रभावित कर रही है। सप्तम भाव लाइफ पार्टनर और पार्टनरशिप का भाव है। पार्टनरशिप का विस्तार होने के योग इस समय बन रहे हैं। आपके राशि के लिए शुक्र लाभ भाव और मंगल दशम भाव के स्वामी है। शुक्र मंगल की युति से आपके कार्यक्षेत्र का विस्तार हो रहा है, इस समय में आपको एक साथ कई मोर्चों पर कार्य करना पड़ सकता है। क्रोध और आवेश पर नियंत्रण रखना होगा, जोश में होश खोने से बचें। प्रेम संबंधों में प्रणय और स्नेह के योग बन रहे है। प्रेम को विवाह का रूप देने के लिए परम्पराओं और संस्कारों को अनदेखा न करें। पारिवारिक सहमति का ख्याल रखें।

 

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तुला राशि के लिए मंगल-शुक्र युति चतुर्थ भाव

तुला राशि शुक्र की राशि है, और फरवरी माह में शुक्र और मंगल की युति आपके चतुर्थ भाव में हो रही है। इस समय में आप पैतृक सम्पत्ति के मामलों को लेकर पारिवारिक सभा हो सकती है। घर परिवार में मेल मिलाप और मिलने जुलने के कार्यक्रम इस समय बन सकते है। वैवाहिक जीवन और पार्टनरशिप दोनों में बाधाएं आने के योग बन रहे है। करियर के लिए भी यह समय उत्तम रहने वाला है। आपका फोकस इस समय कार्यक्षेत्र पर केंद्रित रहने वाला है। जोश, ऊर्जा, उत्साह और साहस से लाभ और आय क्षेत्रों से अच्छे रिटर्न प्राप्त हो सकते है। घर की साज सज्जा को नया लुक देने के लिए यह समय अनुकूल है। हेल्थ के पक्ष से समय शुभ है।

वृश्चिक राशि के लिए मंगल-शुक्र युति तृतीय भाव

मंगल आपकी राशि का स्वामी है, इस अवधि में मंगल शुक्र का गोचर आपके तृतीय भाव पर हो रहा है। शुक्र आपकी राशि के लिए सप्तम भाव के स्वामी है। छोटी यात्राओं के लिए भी यह समय सुखद बना हुआ है। मित्रों से मेल मिलाप के योग भी इस समय बन रहे है। प्रतियोगी परीक्षाओं में छात्रों को सफलता मिल सकती है। पुरुषार्थ और पराक्रम से कुछ नए क्षेत्रों में व्यापार शुरू करने के लिए समय साथ दे रहा है। विदेश से अच्छा रिटर्न मिलने के भी योग बन रहे है। पर्यटन, घूमने फिरने के लिए समय अनुकूल है। पद और उन्नति देने वाला समय है। जीवन साथी के साथ प्राकृतिक स्थल की यात्रा पर जा सकते है। भाग्य का साथ इस समय में नहीं मिल सकेगा, पुरुषार्थ से ही सभी कार्य पूरे किये जा सकते है।

 

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मकर राशि के लिए मंगल-शुक्र युति प्रथम भाव

शुक्र और मंगल की युति मकर राशि में हो रही है इसलिए यह समय आपकी हेल्थ के पॉइंट से काफी ख़ास रहने वाला है। इस समय में दशमेश और लाभेश दोनों आपके प्रथम भाव पर गोचर कर रहे हैं। मंगल इस समय उच्च राशि के होने के कारण इस अवधि में आपमें जोश और उत्साह, ऊर्जा और शक्ति की अधिकता रहेगी। काम और रोजगार के नए अवसर मिल सकते है। करियर और प्राप्तियों के लिए समय लाभदायक बना हुआ है। कार्यक्षेत्र पर ख़ास ध्यान देने से प्रगति के नए मार्ग खुल सकते है। आपके प्रयासों को सराहा जाएगा। बिजनेस के लिए भी समय साहस और जोखिम लेने का बना हुआ है। अचल सम्पत्ति और वाहनों के लेन-देन के लिए समय की शुभता है।