होली 2020: इन शुभ योग में मनाई जाएगी होली, जानिए, राशिनुसार कौन सा रंग होगा भाग्यशाली
Indian Astrology | 03-Mar-2020
Views: 4684रंगों के त्योहार होली के आने में महज़ कुछ दिन ही बाक़ी रह गए हैं। ऐसे में सभी के घरों में होली की तैयारियां शुरु हो गई हैं। होली पार्टी की जगह तय कर ली गई है। अभी से गली मोहल्लों में बच्चे गुलाल, अबीर लेकर घूमने लगे हैं। लोग एक दूसरे के रंग में रंगने को बेताब हैं। होली एक ऐसा त्योहार है जिसे भारत के हर धर्म और वर्ग के लोग बड़े उल्लास से मनाते हैं। इस बार यह पर्व मंगलवार 10 मार्च को मनाया जाएगा। इससे एक दिन पहले 9 मार्च को पूर्णिमा के दिन होलिका दहन किया जाएगा। इस बार की होली बेहद शुभ संयोग में मनाई जाएगी। इस दिन एक साथ कई शुभ योग बन रहे हैं।
पौराणिक संदर्भ
पौराणिक ग्रंथों में होली का पर्व मनाए जाने की कई वजहें बताई गई हैं। एक मान्यता के अनुसार होली का पर्व भगवान कृष्ण और राधा के प्रेम का प्रतीक है। माना जाता है कि श्रीकृष्ण ने विष जनित दूध पी लिया था जिससे उनका रंग नीला हो गया था। श्रीकृष्ण अक्सर सोचा करते थे कि उनका रंग-रूप औरों से अगल क्यों है। क्या उनका रंग देखकर राधा उनसे प्रेम करेगी? अपनी मां यशोदा से वे हर वक्त पूछा करते कि राधा तो गोरी है। मेरा रंग उसे कैसे भाएगा? एक दिन यशोदा मां ने तंग आकर श्रीकृष्ण को कह दिया कि तुम अपना पसंदीदा रंग लेकर राधा को रंग दो। फ़िर क्या था! श्रीकृष्ण ने रंग लिया और गोपियों के संग होली खेली। तबसे होली का पर्व मनाया जाने लगा।
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एक कथा देवी रति और कामदेव से जुड़ी है। शिवपुराण के अनुसार तारकासुर का वध करने के लिए भगवाव शिव और पार्वती का विवाह होना अनिवार्य था क्योंकि तारकासुर का वध शिव के पुत्र के द्वारा ही हो सकता था। लेकिन सती के आत्मदाह के बाद भगवान शिव ने खुद को तपस्या में लीन कर लिया था। दु:खी देवी देवता उन्हें तपस्या से बाहर निकालना चाहते थे इसलिए उन्होंने इसके लिए देवी रति और कामदेव को आगे कर दिया। कामदेव और देवी रति ने शिव जी की तपस्या भंग कर दी जिससे क्रोधित होकर भगवान शिव ने कामदेव को श्राप देकर भस्म कर दिया। यह फाल्गुन शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि थी। इस घटना के आठवें दिन बाद सभी देवी-देवताओं के क्षमा मांगने पर भगवान शिव ने कामदेव को पुन: जीवित कर दिया। इसलिए इन आठ दिनों को अशुभ माना गया है जिसे हम होलाष्टक कहते हैं। इसके अगले दिन कामदेव के पुन: जीवित होने की खुशी में रंगोत्सव मनाया गया जिसे हम होली या धुलेंडी कहते हैं।
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होली 2020: महत्वपूर्ण तिथियां व मुहूर्त
- रंग वाली होली (धुलेंडी): मंगलवार, मार्च 10, 2020
- पूर्णिमा तिथि प्रारंभ: प्रात: 3:03 बजे (सोमवार, मार्च 9, 2020)
- पूर्णिमा तिथि समाप्त: रात्रि 11:17 बजे (सोमवार, मार्च 9, 2020)
- होलिका दहन: सोमवार, मार्च 9, 2020
इन शुभ योग में मनाई जाएगी होली
इस बार की होली पर एक साथ कई शुभ योग बन रहे हैं। ज्योतिषीय गणना के अनुसार इस होली पर ग्रहों के गोचर के दुर्लभ संयोग बन रहे हैं। कई दशकों बाद इस बार होली पर गुरु और शनि अपनी-अपनी राशि में एक साथ रहेंगे। गुरु अपनी राशि धनु में और शनि अपनी राशि मकर में रहेंगे। इसके अलावा इस दिन परिजात, वेशि और बुधादित्य योग भी रहेंगे। एक साथ इतने अधिक शुभ योग होने से होली का यह पर्व बेहद ख़ास माना जा रहा है। इस दिन त्रिपुष्कर योग होने की वजह से किए गए कार्य का आपको तिगुना फल मिलेगा। इस दिन ज़मीन, वाहन, सोने चांदी की ख़रीदारी जैसे धन संबंधी शुभ कार्य करने से आपको अनुकूल फल मिलेंगे। बुधादित्य योग की वजह से जातक इस दिन अपनी बुद्धि और विवेक का सही तरह से प्रयोग कर पाएंगे और निर्णय लेने में खुद को सक्षम महसूस करेंगे। इस दिन गुरु और चंद्र के बलवान होने से गजकेसरी योग भी रहेगा जिससे जातक की हर मनोकमना पूर्ण होगी।
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राशिनुसार इन रंगों से खेलें होली
हर रंग कुछ कहता है। हर रंग का अपना स्वभाव होता है जो व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक तौर पर प्रभावित करता है। ज्योतिष में प्रत्येक राशि और ग्रह का संबंध कुछ विशेष रंगों से होता है। तो आइए, जानते हैं कौन सा रंग चढ़ने से आपकी होली यादगार बनेगी:
मेष (Aries)
मेष राशि के जातक बदलाव पसंद करते हैं। वे उत्सुक, उर्जावान और साहसी होते हैं। इसलिए इन्हें गुलाबी और लाल रंग से होली खेलनी चाहिए। लाल और गुलाबी रंग ऊर्जा, प्रेम और उत्साह का प्रतीक है। इन रंगों से होली खेलना आपके लिए भाग्यशाली रहेगा।
वृषभ (Taurus)
इस राशि के जातक दिखने में आकर्षक और सुंदर होते हैं लेकिन साथ ही आलसी भी होते हैं। इनके लिए हल्का नीला या आसमानी रंग सबसे शुभ रहेगा। ये रंग इन्हें स्थिरता प्रदान करेंगे और इनके जीवन में सौहार्द लेकर आएंगे।
मिथुन (Gemini)
मिथुन राशि के जातक अत्यधिक फुर्तीले, ख़ुशमिज़ाज और हर क्षेत्र में कार्य करने की क्षमता रखते हैं। इस राशि के जातक हल्के हरे रंग से होली खेल सकते हैं। इसके अलावा नारंगी और गुलाबी रंग भी इनके लिए शुभ होते हैं। ये रंग इनमें रोमांच, ऊर्जा और उत्साह का संचार करेंगे। इन रंगों के साथ आप अपने प्रियजनों के साथ रंगीन और ख़ुशहाल होली मना पाएंगे।
कर्क (Cancer)
इस राशि के जातक बेहद भावुक होते हैं इसलिए उन्हें हल्के नीले, चांदी और सफेद रंग से होली खेलनी चाहिए। ये रंग इन्हें संयम में रखेंगे और शांति प्रदान करेंगे। इससे आपका त्योहार बहुत अच्छे से मनेगा और यादगार रहेगा।
सिंह (Leo)
सिंह राशि के जातक बेहद ऊर्जावान होते हैं। ये साहसी, बुद्धिमान और रचनात्मक होते हैं लेकिन कभी-कभी ये ख़ुद पर काबू नहीं रख पाते। इनकी प्रचंडता को काबू में करने के लिए मरून रंग ठीक रहेगा। इस अग्नि चिह्न वाली राशि के लिए सुनहरा और पीला रंग भी शुभ होता है। ये रंग आपके जीवन में संपन्नता और समृद्धि लेकर आएंगे। इसके अलावा ये आपके गतिशील व्यक्तित्व से भी मेल खाते हैं।
कन्या (Virgo)
कन्या राशि के जातक तर्क और कारण पर बल देते हैं। लेकिन इन्हें गुस्सा बहुत आता है। इनके लिए गहरे हरे रंग से होली खेलना शुभ रहेगा। इस रंग का प्रयोग करके आप अपने अंदर एक नई ऊर्जा व स्फूर्ति का आभास करेंगे।
तुला (Libra)
तुला राशि के जातक बेहद आकर्षक होते हैं। ये बुद्धिमान और समझदार होते हैं। सहज, सरल, संतुलित होने के कारण ये हर परिस्थिति में खुद को ढालने में सक्षम होते हैं। इस राशि के जातक सफेद, बैंगनी और भूरे रंग से होली खेल सकते हैं। खुद पर संयम बनाए रखने के लिए इस राशि के जातक हल्के नीले रंग के वस्त्र धारण कर सकते हैं।
वृश्चिक (Scorpio)
वृश्चिक राशि के जातक साहसी, बुद्धिमान, स्वतंत्र और गतिशील होते हैं। गहरा लाल, मरून और भूरा रंग इन पर बेहद अच्छा असर छोड़ेगा। इस राशि के जातक के लिए लाल रंग सबसे शुभ होगा क्योंकि यह रंग आपके ऊर्जावान स्वभाव से बेहद मेल खाता है।
धनु (Sagittarius)
धनु राशि वाले शांत, निडर, साहसी और खुले स्वभाव के होते हैं। पीला और संतरी रंग आपके लिए सबसे बढ़िया रहेगा क्योंकि आपके स्वभाव की तरह ही ये सकारात्मकता, स्पष्टता, ज्ञान, प्रबुद्धता, खुशी, उल्लास और नवीनता का प्रतीक है। होली पर इन रंगों का प्रयोग करने से आप खुद में एक नई स्फूर्ति और ऊर्जा का आभास करेंगे। आपके लिए यह पर्व बेहद खास और यादगार रहेगा।
मकर (Capricorn)
मकर राशि के जातक बुद्धिमान, नर्म, दयालु, समझदार और प्रेक्टिकल होते हैं। इस राशि के जातक हल्के नीले रंग से होली खेलें। इस रंग के प्रयोग से आप में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा और आपके जीवन में स्थिरता आएगी।
कुंभ (Aquarius)
कुंभ राशि के जातक ईमानदार, तेज दिमाग वाले, दयालु और मधुर स्वभाव के होते हैं। इस राशि के जातक गहरे नीले रंग का प्रयोग कर सकते हैं। ये कुछ न कुछ नया करने के प्रयास में लगे रहते हैं इसलिए यह रंग इनमें ऊर्जा का संचार तो करेगा ही साथ ही इनके व्यस्तता भरे जीवन में स्थिरता भी लेकर आएगा।
मीन (Pisces)
मीन राशि के लोग सरल, सहज, मूडी, अतिसंवेदनशील, दयालु, घुमक्कड़ व रचनात्मक होते हैं। तड़कते-भड़कते रंग इन पर भावनात्मक तौर पर अच्छा प्रभाव डालते हैं। लेकिन पीले रंग के प्रयोग से इनमें सकारात्मक ऊर्जा और उत्साह का संचार होगा।
प्रेम के रंग से ख़ूबसूरत कोई रंग नहीं होता। इसलिए एक-दूसरे को प्रेमपूर्वक रंग लगाएं और ख़ुशहाल होली मनाएं। इंडियन एस्ट्रोलॉजी (Indian Astrology) की संपूर्ण मंडली की ओर से आपको होली की ढेर सारी शुभकामनाएं।
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