जानिए, 2019 में रक्षाबन्धन पर्व का शुभ मुहूर्त और राखी बांधने की विधि।
Indian Astrology | 13-Sep-2019
Views: 5441हिन्दू शास्त्र के अनुसार श्रावण मास की पूर्णिमा को भाई-बहन के प्यार का त्योहार रक्षाबंधन मनाया जाता है और इस वर्ष रक्षाबंधन 15 अगस्त दिन गुरुवार को पड़ रही है. रक्षाबंधन का त्योहार गुरुवार के दिन होने से इसका महत्व और बढ़ गया है क्योंकि इस वर्ष इस दिन भद्रा नहीं है और न ही किसी प्रकार का कोई ग्रहण है, इस वजह से इस वर्ष का रक्षाबंधन शुभ संयोग लिए है और सौभाग्यशाली भी है।
2019 रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त-
इस वर्ष पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ 14 अगस्त को 15:45 बजे से हो रहा है और इसका समापन 15 अगस्त को 17:58 पर हो रहा है, ऐसे में बहनें भाइयों को 15 अगस्त के सूर्योदय से शाम के 5:58 तक राखी बांध सकेंगी।
राखी बांधने का मंत्र-
‘येन बद्धो बलिराजा, दानवेन्द्रो महाबलः तेनत्वाम प्रति बद्धनामि रक्षे, माचल-माचलः’
रक्षा बंधन का पर्व मनाने की विधि-
• रक्षा बंधन के दिन सबसे पहले भाई बहन उठकर स्नान आदि कार्य निपटाने के पश्चात साफ-सुथरे कपड़े पहनकर सूर्य देव को जल चढ़ाएं।
• इसके पश्चात घर के मंदिर में जाकर पूजा अर्चना करें।
• भगवान की अराधना करने के बाद राखी बांधने से संबंधित सामान एकत्रित कर लें।
• इसके लिए चांदी, पीतल, तांबे या स्टील की कोई भी साफ थाली लें, उसमें एक सुंदर कपड़ा बिछा लें, उसमें एक कलश, नारियल, सुपारी, कलावा, रोली, चंदन, अक्षत, दही, राखी और मिठाई रख लें।
• और इसी के साथ थाली में भाई की आरती उतारने के लिए घी का दीपक भी रखें।
• इसके पश्चात यह थाल पहले भगवान जी को समर्पित करें, राखी कृष्ण भगवान और गणेश जी को चढ़ाएं।
• भगवान जी को राखी अर्पित करने के बाद शुभ मुहूर्त देख भाई को पूर्व या उत्तर की तरफ मुंह करवाकर बिठाएं।
• इसके पश्चात पहले भाई को तिलक लगाएं, फिर राखी यानी रक्षा सूत्र बांधें और आरती करें।
• राखी बांधते समय बहन भाई की लंबी उम्र के लिए इस मंत्र का उच्चारण कर सकती हैं, ‘ॐ येन बुद्धि बलि राजा, दानवेन्द्रो महाबल: तेन त्वां प्रति बध्नामि, रक्षे मा चल माचलः।’
• इसके पश्चात अपने प्रिय भाई को मुंह मिठा करें।
• ध्यान रखें कि राखी बांधते समय भाई का सिर किसी कपड़े से ढका होना चाहिए।
• रक्षा सूत्र बंधवाने के बाद बड़ों का आशीर्वाद लें, इसके बाद बहन को अपनी श्रद्धा अनुसार उपहार दें।
भाइयों की राशि अनुसार बांधे लकी कलर की राखी-
मेष राशि:
मेष राशि वाले जातक के लिए शुभ रंग लाल और पीला होता है, अतः बहनों को लाल या पीले रंग के धागा की भाई की कलाई में राखी बांधनी चाहिए, इससे उनके जीवन में अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे।
वृष राशि:
वृष राशि वाले जातक के लिए लकी कलर सफेद और नीला होता है, अतः भाइयों को इन रंगों की ही राखियां बांधनी चाहिए, ऐसा करने से उनके सुख-समृद्धि में वृद्धि होगी।
मिथुन राशि:
मिथुन राशि के जातक के लिए हरा और सफेद रंग भाग्यशाली होता है अतः इनके लिए हरे रंग की राखी बांधनी अच्छी रहेगी, यह उनके लिए सफलता लाएगा।
कर्क राशि:
कर्क राशि वाले जातकों का लकी कलर पीला, हरा और सफेद होता है, अतः रक्षाबंधन के दिन बहनों को अपने भाइयों को इस रंग के धागे या राखी बांधनी चाहिए, इससे जीवन में सुख प्राप्त होगा।
सिंह राशि:
सिंह राशि वाले जातकों का शुभ रंग गुलाबी, हरा और पीला होता है, ये रंग इन राशि वालों के उग्र स्वभाव को नियंत्रित करते हैं, ऐसे में बहनों को इन रंगों की राखियां बांधनी चाहिए।
कन्या राशि:
कन्या राशि के जातकों के लिए हरा, पीला और सफेद रंग सर्वोत्म रहता है, अतः रक्षाबंधन पर इन रंगों का धागा बांधना अच्छा रहेगा, हरे रंग की राखी बांधना ग्रह दोष को दूर करेगा।
तुला राशि:
तुला राशि के जातक के लिए सफेद, हरा और नीला रंग भाग्यशाली होता है, अतः इस राशि के लोगों के लिए सफेद और नीले रंग की राखी बहुत अच्छी रहेगी।
वृश्चिक राशि:
वृश्चिक राशि वाले जातक के लिए लाल, पीला, नीला, गहरा लाल या मैरून रंग प्रभावशाली होता है, अतः बहनें इन रंगों की राखियां अपने भाइयों को बांधे तो उत्तम होगा।
धनु राशि:
धनु राशि के जातक के लिए हरा, लाल और पीला रंग लकी कलर होता है, अतः इस बार रक्षाबंधन पर इस रंग का धागा या राखी बांधें।
मकर राशि:
मकर राशि के जातक के लिए सफेद, लाल और हल्का नीला या आसमानी रंग लाभकारी होता है, अतः इस रंग की राखी बांधा जाए तो उनके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होगा।
कुम्भ राशि:
कुम्भ राशि के जातक के लिए सफेद, लाल और नीला रंग शुभता का प्रतीक होता है, अतः ऐसे जातकों को इन रंगों के धागे या राखी बांधनी चाहिए।
मीन राशि:
मीन राशि वाले जातक के लिए पीला, सफेद और हरा रंग उनके व्यक्तित्व में निखार लाता है और उनके लिए शुभ होता है, अतः बहनें उनको इन रंगों का धागा या राखी बांध सकती हैं।