मां दुर्गा की विशेष कृपा प्राप्त करने के लिए धारण करें नौ मुखी रुद्राक्ष
Indian Astrology | 02-Apr-2020
Views: 7856भारतीय संस्कृति में रुद्राक्ष का बहुत महत्व है। धार्मिक ग्रंथों में इसके महत्व की चर्चा विस्तार से की गई है। इसे भगवान शिव का साक्षात् स्वरूप माना जाता है। मान्यता है कि इसे धारण करने से भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है और यह आपको सभी तरह की हानिकारक ऊर्जा से बचाता है। इसकी ख़ासियत यह है कि इसमें एक ख़ास तरह का स्पंदन होता है जो आपके लिए एक सुरक्षा कवच का निर्माण कर देता है जिससे बाहरी नकारात्मक शक्तियां आपको परेशान नहीं कर पातीं।
रुद्राक्ष कई प्रकार के होते हैं। महाशिवपुराण में कुल 16 प्रकार के रुद्राक्ष का उल्लेख किया गया है। हर रुद्राक्ष का अपना अलग महत्व होता है। यहां हम आपको नौ-मुखी रुद्राक्ष (Nine Faced Rudraksha) के बारे में बता रहे हैं जो आपके हर तरह के शारीरिक और मानसिक कष्ट दूर करता है। आपके जीवन में सुख-समृद्धि लाता है।
मां दुर्गा की अद्भुत शक्ति का प्रतीक है नौ मुखी रुद्राक्ष
नौ मुखी रुद्राक्ष को नव मुखी रुद्राक्ष भी कहा जाता है। महाशिवपुराण के अनुसार यह मां दुर्गा की नौ शक्तियों का प्रतीक है। इस रुद्राक्ष को पहनने से मां दुर्गा के साथ-साथ कपिल मुनि और भैरव देव की भी कृपा प्राप्त होती है। इसके अलावा जो लोग नाग देवता के भक्त होते हैं, वे भी इस रुद्राक्ष को धारण करते हैं। इसमें नाग देवता की शक्ति होती है।
नौ मुखी रुद्राक्ष आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक है। यह आपके सभी तरह के कष्ट दूर कर आपके जीवन में शांति और खुशियां लाता है। यह आपके स्वभाव में सकारात्मकता लाता है जिससे कि आप निर्णय लेने के लिए सक्षम बनते हैं। आप महत्वाकांक्षी बनते हैं। आपकी सोच का दायरा बढ़ता है। यह कई तरह की नकारात्मक शक्तियों का भी नाश करता है। नौ मुखी रुद्राक्ष कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं, जैसे कि तनाव, मानसिक और शारीरिक बीमारियों को दूर करने में मदद करता है। वे लोग जो उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure) और थायरॉयड (Thyroid) जैसी बीमारियों से जूझ रहे हैं उन्हें यह रुद्राक्ष अवश्य धारण करना चाहिए।
क्यों पहनें नौ मुखी रुद्राक्ष?
इस रुद्राक्ष पर देवी मां की कृपा है। जो भी इस रुद्राक्ष को पहनता है मां दुर्गा उस पर अपनी कृपा बनाए रखती हैं। दुर्गा मां का साक्षात् स्वरूप होने के कारण इस रुद्राक्ष को पहनने से सभी देवताओं की भी कृपा प्राप्त होती है। वे लोग, जो किसी भी रूप में मां दुर्गा की आराधना करते हैं, उन्हें यह रुद्राक्ष अवश्य धारण करना चाहिए। इसे धाऱण करने के लिए नवरात्र का समय सबसे शुभ माना जाता है।
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नौ मुखी रुद्राक्ष आपको निर्भयी और बलवान बनाता है। यह आपको ऊर्जा, शक्ति, साहस और मार्मिकता प्रदान करता है। वे लोग जिनमें आत्म-विश्वास की कमी है, जो तनाव और अवसाद में हैं उन्हें यह रुद्राक्ष धारण करने से लाभ होता है।
केतु ग्रह को करता है शांत
नौ मुखी रुद्राक्ष का संबंध केतु ग्रह से है। यदि आपकी कुंडली में केतु की स्थिति शुभ नहीं हो, वह अशुभ फल दे रहा हो और उसके कारण आपके जीवन में तमाम तरह की परेशानियां आ रहीं हों तो यह रुद्राक्ष धारण करने से आपको लाभ होगा। नौ मुखी रुद्राक्ष केतु ग्रह के सभी दुष्प्रभाव दूर करने और उसे शांत करने में मदद करता है।
आंखों का रखता है ख़्याल
आंखों के लिए नौ मुखी रुद्राक्ष किसी वरदान से कम नहीं है। यह रुद्राक्ष आंख संबंधी बीमारियों से बचाता है। इसके प्रभाव से आपकी आंखों की रोशनी तेज़ होती है। इसलिए जिन लोगों की नज़रें कमज़ोर हों या जिन्हें नेत्र संबंधी कोई रोग हो, उन्हें यह रुद्राक्ष अवश्य धारण करना चाहिए।
मानसिक तनाव दूर करता है
नौ मुखी रुद्राक्ष मानसिक तनाव, अवसाद और कई अन्य मानसिक रोगों से मुक्ति दिलाने में मदद करता है। महिलाओं पर, ख़ासकर नौकरीपेशा महिलाओं पर, बाहर के काम के अलावा घर के काम का अतिरिक्त भार होता है। इसलिए अक्सर वे मानसिक तनाव और अवसाद का शिकार हो जाती हैं।
ऐसे में नौ मुखी रुद्राक्ष धारण करके आप इस समस्या से निजात पा सकती हैं। नौ मुखी रुद्राक्ष आपके लिए रक्षाकवच के रूप में काम करता है। नकारात्मक ऊर्जा को दूर रख आपको मानसिक शांति प्रदान करता है। यह भय, फोब़िया (Phobia), ओसीडी या OCD (Obsessive-compulsive disorder), मतिभ्रम (hallucination) आदि मानसिक वकारों से आपकी रक्षा करता है।
नौ मुखी रुद्राक्ष के अन्य स्वास्थ्य लाभ
- आंखों के रोग और मानसिक विकार को दूर करने के अलावा यह निम्न स्वास्थ्य समस्याओं से भी बचाव करता है:
- यह रक्तचाप को नियंत्रण में रखता है।
- सांप के दंश (सांप का काटना) से आपकी रक्षा करता है।
- यह मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र (Nervous system) से संबंधित रोगों से बचाव करता है।
- यह त्वचा संबंधी रोग ठीक करने में मदद करता है।
- नौ मुखी रुद्राक्ष शुगर लेवल को कंट्रोल करने में भी मददगार है।
सुख-समृद्धि के लिए धारण करें नौ मुखी रुद्राक्ष
नौ मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से आपके जीवन में सुख-समृद्धि आती है:
- इससे आप सकारातमक और निर्भयी बनते हैं। आपको अपने हर काम में सफलता मिलती है।
- यह आपके हर कष्ट दूर करने में मदद करता है। इसे पहनने से आपका आत्म-विश्वास बढ़ता है।
- इसके प्रभाव से आपके आस-पास का वातावरण सकारात्मक बना रहता है।
- यह रुद्राक्ष आपके गुस्से को कंट्रोल कर आपको शांत-स्वभाव का बनाता है।
- इसे पहनकर आप मानसिक शांति का आभास करते हैं।
- यह रुद्राक्ष करियर में आने वाली सभी बाधाएं दूर करता है।
- नौ मुखी रुद्राक्षा आपके शब्दावली (Vocabulary) और भाषा के ज्ञान को बढ़ाता है जिससे कि आप अलग-अलग भाषाएं सीख पाते हैं।
- इसे पहनने से आपको धन, यश और मान-सम्मान की प्राप्ति होती है।
9 मुखी रुद्राक्ष धारण करने का मंत्र
ऊँ दुं दुर्गाय नम: या ऊँ ह्रीम हूम नम: नव दुर्गाय नम:
कैसे धारण करें?
नौ मुखी रुद्राक्ष को आप शुभ मुहूर्त देखकर इस तरह धारण कर सकते हैं:
- रुद्राक्ष धारण करने से पहले पूजा करें। पूजा करते वक्त अपने मन में किसी तरह के कोई बुरे विचार न लाएं।
- ज़मीन पर आसन बिछाकर बैठ जाएं। ध्यान रहे कि आपका मुख पूर्व, उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा की ओर हो।
- उसके बाद रुद्राक्ष के लिए प्राण प्रतिष्ठा पूजा शुरु करें।
- सबसे पहले रुद्राक्ष को गंगाजल से धोकर शुद्ध करें।
- रुद्राक्ष पर चंदन का पेस्ट लगाएं, ताज़ा फूल अर्पित करें। उसके बाद पत्ते की सहायता से रुद्राक्ष पर फ़िर से गंगाजल छिड़कें और उसे पत्ते पर रख दें।
- उसके बाद उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठ जाएं।
- फ़िर मां दुर्गा के ऊँ दुं दुर्गाय नम: या ऊँ ह्रीम हूम नम: नव दुर्गाय नम: मंत्र का 108 बार जाप करें। उसके बाद इसे धारण करें।
- आप चाहें तो रुद्राक्ष को धारण करने से पहले ऊँ नम: शिवाय मंत्र का भी 108 बार जाप कर सकते हैं।
इन बातों का रखें ध्यान
नौ मुखी रुद्राक्ष धारण करने करने के बाद इन बातों का ध्यान रखें:
- इसमें हमेशा अपनी आस्था बनाए रखें और रोज़ाना इसकी पूजा करें।
- नौ मुखी रुद्राक्ष को धारण करने के बाद दूसरों के समक्ष इसका प्रदर्शन न करें।
- टूटे हुए रुद्राक्ष को धारण न करें।
- अपना रुद्राक्ष किसी दूसरे को पहनने के लिए न दें।
- इस पर साबुन या किसी अन्य कैमिकल का प्रयोग न करें।
- इसे धारण करने के बाद मांसाहारी भोजन न करें।
- शराब और धूम्रपान से दूर रहें।
- इसे उतारने के बाद ही किसी के अंतिम संस्कार में जाएं।
- आप इसे हाथ में ब्रेसलेट की तरह ही पहनें। नौ मुखी रुद्राक्ष को गले में माला की तरह नहीं पहनना चाहिए क्योंकि यह अत्यधिक शक्तिशाली होता है।
- सोने से पहले इसे उतार कर उस स्थान पर रखें जहां आप पूजा करते हैं।
किसी भी रुद्राक्ष को अपने आप धारण न करें। किसी विशेषज्ञ ज्योतिषी से सलाह लेने के बाद ही इसे धारण करना चाहिए। आप हमारी सेवा Talk to Astrologers के ज़रिए विशेषज्ञ ज्योतिषियों से परामर्श लेकर जान सकते हैं कि आपके लिए कौन सा रुद्राक्ष धारण करना लाभदायक होगा।
कहां से प्राप्त करें?
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