मंगल ग्रह चलेंगे सीधी चाल, जानिए किन राशियों के लिए रहेगा मंगलकारी

Indian Astrology | 19-Nov-2020

Views: 5125
Latest-news

नव ग्रहों में मंगल ग्रह को सेनापति का पद प्राप्त है और इसलिए इसे क्रूर ग्रह की श्रेणी में गिना जाता है। शास्त्रों में मंगल को पृथ्वी का पुत्र माना गया है। पौराणिक कथाओं के अनुसार मंगल ग्रह भगवान शिव के पसीने से उत्पन्न है। ज्योतिष शास्त्र में मंगल को साहस माना गया है। मंगल प्रधान व्यक्ति निडर और अपने कार्य को पूरा करने वाला होता है। 

ज्योतिष शास्त्र में मंगल की गतिविधियों पर विद्वानों की नज़र हमेशा बनी रहती है। मंगल पराक्रम, साहस, स्फूर्ति, आत्मविश्वास, धैर्य, बल, रक्त, दृढ़ता, जल्दबाजी, महत्वाकांक्षा, देश प्रेम, खतरे उठाने की शक्ति, क्रोध, घृणा, उत्तेजना, झूठ एवम शस्त्र विद्या के अधिपति माने जाते हैं। 

मंगल ग्रह ऐसे क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करता है। जिनमें साहस, शारीरिक बल, मानसिक क्षमता आदि की आवश्यकता पड़ती है, जैसे कि पुलिस की नौकरी, सेना की नौकरी, अर्ध-सैनिक बलों की नौकरी, अग्नि-शमन सेवाएं, खेलों में शारीरिक बल तथा क्षमता अधिक लगे| जैसे कि कुश्ती, दंगल, टैनिस, फुटबाल, मुक्केबाजी तथा ऐसे ही अन्य कई खेल जो बहुत सी शारीरिक उर्जा तथा क्षमता की मांग करते हैं।

मंगल को अशुभ ग्रह माना गया है, लेकिन ये प्रसन्न होकर मनुष्य की हर प्रकार की इच्छा पूर्ण करते हैं। इनकी कृपा से उन्नति, सम्मान, पराक्रम, बाधाओं से मुक्ति और जमीन आदि से संबंधित लाभ होते हैं। यदि किसी जातक का मंगल अच्छा हो तो वह स्वभाव से निडर और साहसी होता है| 

लेकिन यदि अशुभ स्थिति में बैठा हो तो शत्रुओं से पराजय, ज़मीन संबंधी विवाद, कर्ज़ आदि समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यह मेष तथा वृश्चिक राशि का स्वामी होने के साथ-साथ मकर राशि में उच्च का तथा कर्क राशि में नीच राशि का माना जाता है।  मंगल नेतृत्व क्षमता से भरपूर बनता है और ऐसे व्यक्ति में भरपूर जीवन ऊर्जा पाई जाती है।

पराक्रम और कर्म के कारक मंगल ग्रह दो माह चार दिन तक वक्री अवस्था में गोचर करने के पश्चात अब 14 नवंबर 2020, शनिवार की सुबह  6 बजकर 02 मिनट पर मार्गी हो रहे हैं। मार्गी अवस्था में चलते हुए ये 24 दिसंबर 2020 की सुबह 10 बजकर 15 मिनट पर अपनी स्वयं की राशि मेष में प्रवेश कर जाएंगे। इसलिए इनके मार्गी होने का सभी राशियों पर कैसा प्रभाव पड़ेगा इसका ज्योतिषीय विश्लेषण करते हुए जानते हैं।

यह भी पढ़ें: शरीर के किसी भी अंग पर छिपकली के गिरने के शुभ-अशुभ संकेत

मेष राशि-

इस गोचर काल में मंगल आपकी राशि से द्वादश भाव में प्रवेश करेंगे। ज्योतिष में यह भाव व्यय भाव कहलाता है। इस भाव से ख़र्चे, हानि, मोक्ष, विदेश यात्रा आदि का विचार किया जाता है। इस गोचर से आपके शादीशुदा जीवन में कुछ परेशानियां आ  सकती हैं। जीवन साथी को आपके व्यवहार से लगातार परेशानी हो सकती है। 

इसलिए उनके साथ सामंजस्य बिठा कर चलें। आर्थिक पक्ष को देखें तो हाथ खुला होने के कारण आपको आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए फ़िजूल के ख़र्चों में लगाम लगाएँ और धन की बचत पर ध्यान दें। किसी संबंधी अथवा मित्र से भी अशुभ समाचार प्राप्ति के योग। 

भावनाओं में बहकर लिया गया निर्णय हानिप्रद रहेगा सावधान रहें। वाहन सावधानी पूर्वक चलाएं। आपके कार्यों में आ रही बाधाओं से आप बिल्कुल भी हिम्मत न हारें क्योंकि अपनी मेहनत से ही आप उन बाधाओं को दूर कर सकेंगे। सेहत के नज़रिए से देखें तो मन बेचैन रहने के कारण अनिद्रा की शिकायत हो सकती है।

उपाय: मंगल के बीज मंत्र ऊँ क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम: का 108 बार नित्य जाप करें।

वृषभ राशि-

आपकी राशि से लाभभाव में मंगल का गोचर आपको बेहतरीन सफलता दिलाएगा। इस भाव से आय, जीवन में प्राप्त होने वाली सभी प्रकार की उपलब्धियाँ, बड़े भाई-बहनों आदि का विचार किया जाता है। 

इस गोचर के दौरान आय के कई साधन बनेंगे और आपको कई क्षेत्रों में शुभ फलों की प्राप्ति होगी। इस अवधि में आप विरोधियों पर हावी रहेंगे, और उन्हें मात देने में भी सफल होंगे। मित्र मंडली का साथ आपको अच्छा महसूस कराएगा। 

सामाजिक स्थिति में बढ़ोत्तरी होगी, कार्यों में सफलता मिलेगी, बिज़नेस में सुधार होगा और आपको ख़ुशियाँ प्राप्त होंगी। प्रेम संबंधों में भी थोड़ी बहुत अनबन रह सकती है लेकिन फिर भी आप अपने जीवन साथी के संग अच्छा समय बिताएंगे। यदि आपने किसी व्यक्ति को धन उधार दिया है तो उस धन के वापस आने की प्रबल संभावना है। सेहत की दृष्टि से मंगल का गोचर आपके लिए अनुकूल है।

उपाय: गरीबों या मंदिर में जाकर अनार का दान करें।

मिथुन राशि-

मिथुन राशि वालों के लिए मंगल आपके आजीविका के भाव में गोचर करेगा। मंगल इस भाव में दिग्बली भी होता है, इस कारण आप अधिक पराक्रम के साथ कार्यक्षेत्र में आगे बढ़ेंगे। आपके अंदर एक नया उत्साह एवं जोश का संचार होगा| 

रुके हुए कार्य बनेंगे,वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपका अच्छा तालमेल बनेगा। बिजनेस करने वालों को धन का लाभ मिल सकता है।विरोधियों का पक्ष कमजोर होगा और समाज में आपकी मान-प्रतिष्ठा बढ़ेगी। विपरीत लिंग के प्रति आकर्षण बढ़ेगा, क्रोध में बढ़ोतरी होने के कारण दाम्पत्य जीवन में परेशानी आ सकती है। 

व्यवसाय में उन्नति होगी, नौकरी के लिए भी समय अच्छा है। स्वास्थ्य की दृष्टि से यह समय अधिक उपयुक्त नहीं कहा जा सकता।

उपाय: ग़रीबों को या ज़रूरतमंद माँ सम्मान स्त्रियों को लाल मसूर का दान करें।

अपनी कुंडली में सभी दोष की जानकारी पाएं कम्पलीट दोष रिपोर्ट में

कर्क राशि-

राशि से भाग्यभाव में मंगल का मार्गी होना आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है।  इस भाव से व्यक्ति के भाग्य, गुरु, धर्म, यात्रा, तीर्थ स्थल, सिद्धांतों का विचार किया जाता है। इस दौरान आपके साहस और पराक्रम की वृद्धि होगी और आपके द्वारा लिए गए निर्णय और किए गए कार्यों की सराहना भी होगी। आप धर्म-कर्म के मामलों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे। जमीन जायदाद से जुड़े हुए मामलों का निपटारा होगा। जॉव में वरिष्ठ अधिकारीयों के कारण उच्च पद की प्राप्ति होगी। पिताजी से आर्थिक लाभ प्राप्त होगा। पिताजी का स्वास्थ्य भी खराब हो सकता है, अतः उनके स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना चाहिए। इस दौरान आप उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं तो यह समय आपके लिए अनुकूल है। यदि सरकारी नौकरी के लिए प्रयास कर रहे हैं तो सफलता मिलेगी और आय में वृद्धि होगी।

उपाय: मंगलवार के दिन शिवलिंग पर पंचामृत से अभिषेक करें|

सिंह राशि-

इस अवधि में मंगल आपकी राशि से अष्टम भाव में स्थित होगा। कुंडली के अष्टम भाव को आयु का भाव कहा जाता है। इस भाव से जीवन में आने वाले उतार-चढ़ाव, अचानक से होने वाली घटनाएँ, आयु, रहस्य, शोध आदि का विचार किया जाता है। इस दौरान कार्यों में लाभ प्राप्त करने के लिए आपको अधिक मेहनत करने की आवश्यकता होगी। सेहत के नज़रिए मंगल का गोचर आपके लिए अधिक अनुकूल नहीं है लिहाज़ा इस अवधि में अपने आपको खून से संबंधित विकारों, चोटों, दुर्घटनाओं या सर्जरी आदि से बचाना होगा। कार्य क्षेत्र में रुकावटें आ सकती हैं, ये रुकावटें आपको मानसिक तनाव की ओर भी धकेल सकती हैं। इसके अलावा अचानक बेफ़िज़ूल की यात्राएं और आर्थिक स्थिति में गिरावट से भी मानसिक तौर पर परेशान हो सकते हैं। यदि आप शादीशुदा हैं तो ससुराल पक्ष के लोगों के साथ विवाद या बहसबाज़ी हो सकती है, तो इससे बचने का प्रयास करें। दूसरी ओर, इस गोचर के दौरान कुछ अप्रत्याशित लाभ आपको बहुत ज़्यादा फायदा दे सकते हैं।

उपाय: भगवान शिव की पूजा करें और उन्हें गेहूं दान करें।

कन्या राशि-

आपकी राशि से सप्तमभाव में मंगल का गोचर दांपत्य जीवन के लिए तो बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता। विवाह संबंधित मामलों में भी थोड़ा विलंब हो सकता है। ससुराल पक्ष से रिश्ते बिगड़ने न दें। आपके स्वभाव में क्रोध की प्रवृति का बढ़ना आपकी परेशानियों को और अधिक बड़ा सकता है| इस दौरान कर्ज न लें, और न ही किसी को पैसा उधार दें| जीवनसाथी के साथ किसी भी बात में न उलझें, लेकिन कार्य व्यापार की दृष्टि से समय बेहतर रहेगा।  इस दौरान साझेदारी के कामों को भी सावधानी से निपटाएं। कार्य सम्बंधी नई योजना के लिए समय को अनुकूल नहीं कहा जा सकता है, इसलिए थोड़ा धैर्य से काम लें। इस समय बेवजह क्रोध करने से बचें और तनाव बिल्कुल न लें।

उपाय: लाल कपड़े में सौंफ बांधकर अपने शयनकक्ष में रखें|

तुला राशि-

मंगल आपकी राशि से छठे भाव में गोचर करेंगे। ज्योतिष में इस भाव को शत्रु भाव कहा जाता है। इस भाव से विरोधियों, रोग, पीड़ा, नौकरी, कम्पीटीशन, रोग प्रतिरोधक क्षमता, शादी-विवाह में अलगाव एवं क़ानूनी विवादों को देखा जाता है। मंगल का मार्गी होना आपके लिए कई क्षेत्रों में मंगलकारी हो सकता है। इस अवधि में आप शत्रुओं पर जीत हासिल करेंगे। विरोधी पक्ष आपका सामना करने से भयभीत होगा। वहीं अगर कोर्ट कचहरी में कोई मुकदमा आपके ख़िलाफ़ चल रहा है तो उसका फैसला आपके हक़ में आ सकता है। कर्म क्षेत्र में आप अपनी मेहनत के बल पर कामयाबी हासिल करेंगे। कार्य अथवा लक्ष्य के प्रति आपकी इच्छा शक्ति आपको और भी आगे बढ़ाएगी। निजी जीवन में अगर आप लंबे समय से किसी परेशानी का सामना कर रहे हैं तो उसमें आपको निजात मिलेगी। छात्रों को प्रतियोगी परीक्षा में सफलता मिलने की प्रबल संभावना है। सेहत के नज़रिए से ये गोचर आपके लिए बहुत ज्यादा अनुकूल नहीं कहा जा सकता। इसलिए अपनी सेहत को लेकर आपको थोड़ा सावधान रहना होगा।

उपाय: आटे के पेड़े में गुड व चीनी मिलाकर गाय को खिलायें|

वृश्चिक राशि-

आपकी राशि से पंचम भाव में मंगल का गोचर शिक्षा की दृष्टि से बेहतरीन रहेगा। विद्यार्थियों के लिए यह समय वरदान की तरह है इसलिए परीक्षा में अच्छे अंक लाने के लिए पूरी तन्मयता से लग जाएं। संतान संबंधी चिंता से मुक्ति मिलेगी। नव दंपत्ति के लिए संतान प्राप्ति के भी योग बन रहे हैं। नौकरी में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। माता-पिता का पूर्ण सहयोग मिलेगा, पेट से सम्बंधित परेशानियां व घर के बड़े-बुजुर्गों का स्वास्थ्य खराब हो सकता है। यात्रा भी आपको इस दौरान करनी पड़ सकती है। प्रोपर्टी में निवेश करना आपके लिये लाभदायक रह सकता है। आय के साधन और सामाजिक पद-प्रतिष्ठा बढ़ेगी। प्रेम संबंधी मामलों में उदासीनता रहेगी। कोई विवाद भी परेशान कर सकता है।

उपाय: मंगलवार के दिन लाल चंदन का दान करें।

धनु राशि-

मंगल आपकी राशि से चौथे भाव में गोचर करंगे। कुंडली के चौथे भाव को सुख भाव कहा जाता है। इस भाव से माता, जीवन में मिलने वाले सभी प्रकार के सुख, चल-अचल संपत्ति, लोकप्रियता एवं भावनाओं को देखा जाता है।  मंगल का यह गोचर किसी न किसी कारण से पारिवारिक कलह एवं मानसिक अशांति आपको दे सकता है किंतु मकान वाहन खरीदने का संकल्प भी पूर्ण हो सकता है। परिवार में अलगाव की स्थिति न उत्पन्न होने दें। मित्रों अथवा संबंधियों से भी मधुर संबंध बनाए रखें। कार्य-व्यापार में धोखाधड़ी होने से बचें और किसी भी तरह के अनुबंध पर हस्ताक्षर करते समय नियम तथा शर्तों को गहनता से जांच कर लें।

उपाय: प्रत्येक मगलवार को शिवलिंग पर लाल चन्दन चढ़ाना शुभ फलदायक रहेगा।

मकर राशि-

आपकी राशि से तृतीय भाव में मंगल का मार्गी होना आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है। इस अवधि में आप खुद को काफी फिट महसूस करेंगे और स्वस्थ रहेंगे। आपको भौतिकवादी लाभों की प्राप्ति हो सकती है। आपके साथी व बच्चे जीवन को प्यार व ख़ुशियों के रंग से भर देंगे। आय में बढ़ोत्तरी होगी और आप नए कपड़ों की ख़रीददारी में काफी धन ख़र्च भी करेंगे। आपके आत्म-विश्वास व साहस में वृद्धि होगी, लेकिन आपके भाई-बहनों को थोड़ी बहुत चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। इस दौरान होने वाली यात्राएं आपके लिए लाभदायी साबित होंगी और आपको सरकार या वरिष्ठ अधिकारियों की तरफ से लाभ प्राप्त होंगे। सहकर्मियों के साथ बहस हो सकती है। इस दौरान आप अपने विचार व मत से लोगों को पराजित करने में कामयाब रहेंगे। आपकी इच्छा शक्ति आपके आगे बढ़ने में मददगार सिद्ध होगी। अपनी ऊर्जा का सही दिशा में प्रयोग करें।

उपाय: बंदरो को चने खिलाना आपके लिए हितकारक रहेगा।

लाल किताब रिपोर्ट में पाएँ अपनी हर परेशानी का विश्वसनीय हल

कुंभ राशि-

आपकी राशि से धनभाव में मार्गी मंगल कई तरह के अप्रत्याशित परिणाम दिलाएंगे। ज़मीन जायदाद से जुड़े मामलों में लाभ प्राप्त होगा। इस अवधि में आपके स्वभाव में कुछ बदलाव आ सकता है, विशेषकर आपकी वाणी में कटुता का प्रतिशत बढ़ सकता है। आर्थिक मामलों के लिए यह समय अनुकूल रहने वाला है। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। रूका हुआ धन भी आएगा, लेकिन इस दौरान बेवजह के खर्चों पर लगाम लगाना जरूरी है, और कोई भी फैसला लेने से पहले अच्छी तरह सोच-विचार करें। इस अवधि में अधिक प्रयास करने से काम बनेंगे, आपके कार्य देरी से संपन्न होंगे। पारिवारिक कलह के कारण मानसिक अशांति का सामना करना पड़ सकता है और दाम्पत्य जीवन में भी परेशानी आ सकती है। इस समय आप प्यार के बंधन में बंध सकते है। दांत तथा आँख में कोई समस्या हो सकती है। चोट लगने की स्थितियां बन रही हैं, वाहन आदि सावधानी से चलाएं।

उपाय: मंगल ग्रह की पूजा करवाएं और हर दिन हनुमान चालीसा का पाठ करें।

मीन राशि-

आपकी राशि में गोचर करते हुए मंगल का मार्गी होना आपके व्यक्तित्व को निखारने का काम करेगा। इस समय आप अपने अंदर नई ऊर्जा शक्ति का संचार महसूस करेंगे। अपने कुशल नेतृत्व के बल पर कठिन से कठिन हालात को भी नियंत्रित करने में सफल रहेंगे। व्यापार के लिए यह गोचर नए अवसर लेकर आएगा, और आर्थिक स्थिति में भी लाभ होगा, लेकिन लाभ से अधिक खर्चे बढ़ेंगे, और मानसिक तनाब भी बना रहेगा। स्वास्थ्य के मामले में संयम और समझदारी से काम लें। काम का बोझ बढ़ेगा जिसके कारण व्यक्तिगत रिश्तों में मनमुटाव हो सकता है।  विद्यार्थियों अथवा प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों के लिए गोचर बेहतरीन फलदायक रहेगा। यदि आप पार्टनरशिप में बिज़नेस कर रहे हैं, तो बिजनेस पार्टनर से थोड़ा सावधान रहें। यदि आप विदेश जाने के इच्छुक हैं, तो यह समय आपके लिए उत्तम साबित होगा। प्रेम जीवन में भी कुछ परेशानी रह सकती हैं|

उपाय: लाल रंग की गाय को रोटी में गुड़ डालकर खिलायें।