नया बिजनेस करना है शुरू या व्‍यापार में लानी है तेजी, इन ग्रहों को खुश किए बिना नहीं बनेगा कोई काम

Indian Astrology | 14-Jul-2022

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व्‍यापार शुरू करना आसान है लेकिन इसके लिए बहुत प्‍लानिंग की जरूरत होती है। बिजनेस में सफल होने के लिए कई पहलुओं को देखना पड़ता है। व्‍यक्‍ति उसी क्षेत्र में अपना बिजनेस कर सकता है, जिसमें उसकी रूचि हो। जब आप अपनी रूचि के हिसाब से किसी क्षेत्र में व्‍यापार शुरू करते हैं, तब आपके उसमें सफल होने की संभावना बढ़ जाती है।

वहीं व्‍यापार में सफल होने का संबंध ग्रहों की चाल से भी होता है। अगर आप अपना व्‍यापार शुरू करना चाहते हैं या बिजनेस में सफलता पानी है या व्‍यापार में घाटा चल रहा है, तो इन सब चीजों में ज्‍योतिष और ग्रह अहम भूमिका निभाते हैं। इसके गहन अध्‍ययन के लिए Business astrology काफी काम आती है।

कुंडली के कुछ ग्रह आपके व्‍यापार की सफलता और असफलता एवं संभावनाओं को प्रभावित कर सकते हैं। यहां हम आपको बता रहें कि कुंडनी में ग्रहों की किन स्थितियों में व्‍यापार प्रभावित होता है या इसका संबंध होता है।

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व्‍यापार शुरू करने के लिए ग्रहों की स्थिति

एक सफल बिजनेसमैन बनने के लिए ग्रहों की स्थिति और व्‍यक्‍ति की विचार प्रक्रिया को ध्‍यान में रखा जाता है। आप ऐसे कई लोगों से मिले होंगे जो 50 की उम्र तक छोटा बिजनेस ही करते रहे होंगे और इसके बाद उन्‍हें सफलता मिली। इसीलिए कहा जाता है कि सफल बिजनेस के लिए जरूरत और एक्‍सपीरियंस दोनों चाहिए होता है।

व्‍यापार शुरू करने के लिए ग्रहों की निम्‍न स्थिति जिम्‍मेदार हो सकती है :

  • व्‍यापार में सफल होने के लिए बुध ग्रह की कृपा मिलना बहुत जरूरी है। बुध ही व्‍यापार का कारक माना जाता है।
  • आप क्‍या बिजनेस करेंगे या किस क्षेत्र में व्‍यापार करने पर आपको सफलता मिलेगी, इसके लिए कुंडली के पहले, दूसरे, सातवें, दसवें और ग्‍यारहवें घर में बैठे ग्रहों और इन भावों पर पड़ रहे ग्रहों की नजर को देखा जाता है।
  • य‍दि पहले, दूसरे, सातवें, नौंवे, दसवें और ग्‍यारहवें घर का स्‍वामी और बुध मजबूत हों तो ऐसे लोगों को अपने बिजनेस में सफलता जरूर मिलती है।
  • कुंडली में दशम भाव कर्म का भाव होता है। इसलिए अगर इस भाव में कोई शुभ ग्रह बैठा है या बली है तो उस जातक का बिजनेस अच्‍छा चल सकता है।
  • सफल व्यवसायी बनाते हैं ग्रहों के ये योग
  • यहां कुंडली में ग्रहों के कुछ ऐसे योग बताए गए हैं जो बताते हैं कि वह व्‍यक्‍ति अपना व्‍यापार शुरू करेगा और उसे उसमें सफलता मिलेगी या नहीं।
  • यदि कुंडली में गुरु ग्रह (भाग्य और भाग्य का स्वामी) कर्म भाव (दशम भाव) में बैठा हो तो यह केंद्रादित्य योग बनाता है। यदि किसी जातक की कुंडली में यह योग हो तो उस जातक का व्यवसाय दूसरों की तुलना में फलता-फूलता है।
  • यदि बुध या सूर्य की दृष्टि कर्म भाव (दशम भाव) पर पड़ रही हो या इनमें से कोई एक ग्रह कर्म स्थान (दशम भाव) में बैठा हो तो यह लक्ष्मी नारायण योग बनाता है। ऐसे लोगों को व्यापार में लाभ प्राप्त करने के संबंध में अधिक अवसर मिलने की संभावना होती है।
  • अगर मंगल कर्म के दशम भाव में ऊंचे स्‍थान में बैठा हो तो ऐसे जातक को व्यापार और विदेश यात्रा से लाभ होता है।
  • यदि कुंडली के केंद्र में गुरु-सूर्य या चंद्र-बृहस्पति की युति बन रही हो तो इसका सीधा प्रभाव कर्म भाव पर पड़ता है। शास्त्रों के अनुसार इसे वर्गोत्तम योग कहते हैं। इस योग के प्रभाव में व्यक्ति सभी प्रकार के सुखों का आनंद लेता है।
  • सभी ग्रहों की सप्तम भाव पर दृष्टि होना। यदि बृहस्पति, सूर्य या मंगल, इन शुभ ग्रहों में से किसी एक अर्थात सभी की दृष्टि दशम भाव पर हो तो ऐसे जातक को बिजनेस में अच्‍छे फल प्राप्त होते हैं।
  • अगर राहु की भी कर्म भाव पर दृष्टि हो या इस भाव में राहू उच्च स्‍थान में बैठा हो, तो यह व्यवसाय की दृष्टि से शुभ और अनुकूल माना जाता है। भले ही शनि, राहु और केतु को अशुभ माना जाता है, लेकिन कभी-कभी ऐसे योग बनने पर ये ग्रह अच्छे परिणाम भी दे सकते हैं।

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व्‍यापार को बढ़ाने के ज्‍योतिषीय उपाय

यदि आप अपने व्‍यापार को आगे बढ़ाना चाहते हैं, इसमें सफल होने की इच्‍छा रखते हैं या नया बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, तो यहां बताए गए कुछ ज्‍योतिषीय उपाय इस काम में आपकी मदद कर सकते हैं।

  • व्यापार में तरक्की और सफलता पाने का सबसे आसान तरीका है लक्ष्मी नारायण मंदिर में हर शुक्रवार को गुड़ और चने या चने बांटें। शुक्रवार के दिन मंदिर में मां लक्ष्मी की मूर्ति के सामने सुगंधित अगरबत्ती और दीये जलाएं और अपने व्यवसाय के फलने-फूलने की प्रार्थना करें। ये सरल उपाय आपको हर तरह से समृद्धि दिलाने का काम करेंगे।
  • बिजनेस में सफल होने के लिए नारियल को लाल रंग के नए चमकीले कपड़े में लपेटकर अपने घर या ऑफिस या लॉकर में वेदी पर रख दें। इस नारियल के सामने रोजाना अगरबत्ती जलाएं। ऐसा करने से आपको व्यापार में निश्चित रूप से लाभ मिलेगा।
    स्फटिक श्री यंत्र और एकkशी नारियल को ऑफिस या दुकान के पूजन स्‍थल में स्थापित करें। रोज सुबह अपना काम शुरू करने से पहले इसके आगे गुलाब की खुशबू वाली अगरबत्ती जलाएं।
  • साथ ही अगर आप व्यापार में परेशानी का सामना कर रहे हैं या घाटा हो रहा है तो श्वेतार्क गणपति और एकाशी श्री फल की मूर्ति स्थापित करें। इसके बाद नियमित रूप से धूप-दीप जलाकर इसकी पूजा करें और हो सके तो सप्ताह में एक बार मिठाई का भोग भी लगाएं। इसके बाद मिठाई को भोग के रूप में जरूरतमंदों में बांट दें।
  • अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए या नया व्‍यवसाय शुरू करने के लिए शनिवार के दिन पीपल के पेड़ से एक पत्ता तोड़ लें। उस पत्ते के सामने धूप-दीप जलाएं और ऑफिस या दुकान पर आप जिस कुर्सी पर बैठते हैं, इस पत्ते को उस कुर्सी की सीट के नीचे रख दें। ऐसा लगातार सात शनिवार बिना किसी को बताए करें। जब सात पत्ते हो जाएं तो उन्हें किसी तालाब या कुएं में डाल दें। इससे आपको अपने व्यवसाय में अत्यधिक लाभ पाने में मदद मिलेगी।

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