पामिस्‍ट्री से जानें जीवन में संभावनाओं और परेशानियों का लेखा-जोखा

Indian Astrology | 18-Jul-2022

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बहुत पुरानी कहावत है कि हमारी किस्‍मत हमारे हाथ में होती है। हस्‍त रेखा विज्ञान में यह कहावत बिलकुल सटीक बैठती है। आप अपनी जिंदगी में सफल हों या फेल, गरीब हों या अमीर, हर चीज आपके हाथ में लिखी होती है। हाथों की लकीरें हमारे जीवन के कई राज खोल सकती हैं। हर दिन, महीने और साल हमारे कर्मों और भाग्‍य से हाथों की लकीरें बदलती रहती हैं।

हस्‍त रेखा विज्ञान के पंडितों के अनुसार सही भविष्‍यवाणी के लिए 12 साल से अधिक उम्र के लोगों की हाथों की लकीरे पढ़नी चाहिए। कुछ पंडितों का कहना है कि दृढ़ इच्‍छा शक्‍ति से हाथों की लकीरों को बदला भी जा सकता है। मान लीजिए कि आपकी जिंदगी काफी कठिन दौर से गुजर रही है और ऐसा ही कुछ आपके हाथों की लकीरों में भी लिखा है।

अचानक से किसी चीज ने आपको प्रेरित किया है और इस स्थिति से निकलने के लिए आपमें द‍ृढ़ इच्‍छाशक्‍ति जागृत हुई। आप अचानक से अपनी बुरी आदतों को छोड़ने के लिए तैयार हो गए। खुद को सही रास्‍ते पर लाने की आपकी दृढ़ इच्‍छाशक्‍ति से आपके हाथों की लकीरें भी बदल जाएंगी और आपको अपना अच्‍छा भविष्‍य दिखने लगेगा।

हर इंसान अपने भविष्‍य के बारे में जानना चाहता है। हमारे हाथ की लकीरें भी हमारे जीवन के कई पहलुओं के राज खोल सकती हैं जो हमारे जानने के लिए आवश्‍यक हैं। हर व्‍यक्‍ति की हथेली अलग होती है, इसी तरह इन पर लिखा हमारा भविष्‍य भी अलग होता है। इनकी मदद से आप जान सकते हैं कि आपकी जिंदगी में क्‍या सही या गलत हो रहा है। भारत में प्राचीन समय के महान विद्धान हस्‍त रेखा का ज्ञान रखते थ। उन्‍हें ज्ञान था कि हमारे जीवन में क्‍या लिखा है, अच्‍छा और बुरा, फल, कर्म आदि। राजा-महाराजाओं के समय में पंडित हाथ की लकीरें देखकर भविष्‍य की संभावनाओं के बारे में बताते थे और फिर उसी के आधार पर राजा निर्णय लेते थे। प्राचीन समय से ही भारत में हस्‍त रेखा विज्ञान यानि पामिस्‍ट्री लोकप्रिय है।

आज के समय में लोगों को हथेली देखना या हस्‍त रेखा पढ़ना मिथ्‍या या वहम लगता है। लेकिन अब भी कुछ लोग ऐसे हैं जो इस विद्या में विश्‍वास रखते हैं और इसी के अनुसार अपने जीवन की योजनाएं बनाकर रखते हैं। पुराने जमाने में गांव में जब किसी बच्‍चे का जन्‍म होता थो, तो सबसे पहले उसकी हाथ की रेखाएं दिखाई जाती थीं और इसके साथ ही उसके जीवन का निर्णय लिया जाता था। यदि बचपन में ही हाथ की रेखाओं से भविष्‍य की संभावनाओं का ज्ञान हो जाए, तो हम अपने जीवन को इसकी मदद से सरल बना सकते हैं। हस्‍त रेखा विज्ञान से आप अपनी गलतियों को भी जान सकते हैं जिनकी वजहे आपको परेशानियां आईं। हमारे हाथ की लकीरों में सब लिखा होता है जैसे कि हम कितना जिएंगे, किस क्षेत्र में आपको सफलता मिलेगी, कहां आपको दिक्‍कत आ सकती है। इस तरह के सवालों का जवाब जानकर आप समय पर उनका समाधान कर सकते हैं। इस तरीके से अपना भविष्‍य जानना बहुत सरल साधन है। इसमें बस आपको विद्धान को अपनी हथेली दिखानी होती है और वो आपके भविष्‍य की संभावनाओं की गणना आपको सुना देते हैं।

हस्‍त रेखा विज्ञान से अपने भविष्‍य के बारे में जानकर हम आने वाली परेशानियों के लिए खुद को तैयार कर सकते हैं और जरूरी सुधार कर के अपने भविष्‍य को संवार सकते हैं। लकीरें ग्रहों से भी संबंधित होती है और सब कुछ बाती हैं। हस्‍त रेखा विज्ञान को समझने के बाद आपके इसके हर रहस्‍य और पहलू को जान सकते हैं। विद्धानों को अपनी हथेली दिखाकर, उनसे हम अपने भविष्‍य के बारे में पूछ सकते हैं। आप खुद भी पामिस्‍ट्री ऑनलाइन कोर्स (palmistry courses online in India) सीख सकते हैं। इस सुविधा से आप घर बैठे ही एक्‍स्‍पर्ट से इस ज्‍योतिष पद्धति का ज्ञान प्राप्‍त कर सकते हैं।

भविष्‍य को जानना इतना भी आसान नहीं है इसलिए लोग पंडित को अपनी कुंडली दिखाते हैं और उनसे अपने भविष्‍य को लेकर सवाल पूछते हैं। इसे ज्‍योतिष कहते हैं जिसमें व्‍यक्‍ति के जन्‍म समय और उस समय के नक्षत्रों एवं ग्रहों की स्थिति के आधार पर भविष्‍य की गणना की जाती है। लेकिन इसके लिए आपको अपने जन्‍म समय, जन्‍म तारीख और जन्‍म स्‍थान की जानकारी होनी चाहिए। इन चीजों की जानकारी ना होने पर भविष्‍य की कोई भी गणना करना मुश्किल होता है। लेकिन हस्‍त रेखा विज्ञान में ऐसा नहीं है। यहां आपकी कुंडली आपके हाथ में ही है। भारत में आप Future Point से भी पामिस्‍ट्री कोर्स (online palmistry course) कर सकते हैं।

कितने तरह की होती हैं हथेलियां

चार प्रकार की हथेलियां होती हैं जो चार भिन्‍न तत्‍वों को दर्शाते हैं। हाथ पढ़ते समय निम्‍न प्रकार की हथेलियां देखी जाती हैं :

  • वायु : इस तरह के हाथों को चौकोर आकार का माना जाता है और इनकी उंगलियां लंबी होती हैं और हाथ पर पतली और स्‍पष्‍ट रेखाएं होती हैं। इस तरह के लोग सोशल लाइफ में ज्‍यादा रहते हैं और स्‍मार्ट होते हैं। ये थोड़ा बेचैन रहते हैं और इन्‍हें थोड़े समय में बदलाव चाहिए होता है। इन्‍हें रिश्‍ते में शांति और मानसिक स्थिरता चाहिए होती है।
  • धरती : इस तरह के हाथ चौकोर होते हैं और इनकी उंगलियां छोटी होती हैं और हथेली पर गहरी, पतली और साफ लकीरें होती हैं। ऐसे लोग व्‍यवहारिक होते हैं और जमीन से जुड़े रहते हैं। ये प्रकृति से काफी गहराई से जुड़े होते हैं। ये लोग सीधी बात करना पसंद करते हैं।
  • अग्नि : इसकी हथेली लंबी और छोटी उंगलियों के साथ बहुत सारी रेखाएं होती हैं। इनकी स्किन गर्म और नरम होती है और इन्‍हें जिंदगी में जोखिम उठाना पसंद होता है। इनमें नेतृत्‍व करने का गुण होता है।
  • जल : इनकी हथेली लंबी होती है जिस पर पतली और अस्‍पष्‍ट कई लकीरें बनी होती हैं। इनकी लंबी उंगलियां होती हैं और स्किन मुलायम होती है। ये भावनात्‍मक और रचनात्‍मक हो सकते हैं। ये दूसरों की बहुत केयर करते हैं।

क्‍या करें

यदि आप हस्‍त रेखा विज्ञान के पहलुओं, पद्धति एवं तरीकों के बारे में गहन अध्‍ययन करना चाहते हैं तो Future point से Online palmistry course कर सकते हैं।