शरीर के किसी भी अंग पर छिपकली के गिरने के शुभ-अशुभ संकेत

Indian Astrology | 10-Nov-2020

Views: 10854
Latest-news

शकुनशास्‍त्र में अच्‍छे और बुरे दोनों प्रकार के शकुनों के बारे में बताया गया है। ये शकुन भविष्‍य में आपके साथ होने वाले अच्छे या बुरे के बारे में बताते हैं। शकुनशास्त्र में छिपकली के गिरने के बारे में भी बताया गया है क‌ि कुछ अंगों पर छिपकली गिरने से बड़ा लाभ म‌िलता है लेक‌िन कुछ ऐसे भी अंग हैं जहां छिपकली ग‌िरे तो अच्छा नहीं माना जाता है, कहते है व्यक्त‌ि को कष्ट और धन की परेशानी का सामना करना पड़ता है। ज्यादातर लोग छिपकली से डरते हैं या फिर दूर भागते हैं। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि छिपकली आपके जीवन में आने वाली खुशहाली के शुभ संकेत दे सकती है। तो आइए जानते हैं कि शरीर के किन अंगों पर छिपकली गिरने का क्‍या मतलब होता है?

रोग मुक्ति एवं ग्रहों की युति से संबन्धित ऐसी तमाम समस्याओं के निवारण हेतु इंडियन एस्ट्रोलॉजी के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्यो से परामर्श करें।

जानिए छिपकली का शरीर के किन अंगों पर गिरना होता है शुभ/ अशुभ -

  • ज्योतिष शास्त्रों की मानें तो सिर पर छिपकली का गिरना बहुत शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि अगर किसी भी इंसान के सिर पर छिपकली गिर जाए तो उसे राज्य में हमेशा सम्मान मिलता है। उसकी पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है।
  • माथे पर छिपकली गिरने से व्यक्ति की किसी खास से मुलाकात होती है। जो एक बेहद ही प्यारा अनुभव होता है। मतलब जिसके भी माथे पर छिपकली गिरती है उसे सुख की प्राप्ति जरूर होती है। बहुत बार तो ऐसा भी देखा गया है जब कई साल बीत जानें के बाद भी किसी अपने से मुलाकात नहीं हुई और छिपकली माथे पर गिर जाए तो उससे जल्द ही मुलाकात हो जाती है।
  • ज्योतिषियों के अनुसार होंठ पर छिपकली गिरना सबसे ज्यादा शुभ माना गया है। बताया जाता है नीचे वाले होंठ पर छिपकली गिरे तो व्यक्ति तो धन लाभ होता है। जबकि अगर ऊपर वाले होंठ पर छिपकली गिरे तो धन हानि होना तय होता है।
  • दाहिने कान पर छिपकली का गिरने का मतलब होता व्यक्ति के आरोग्य में वृद्धि से होता है। ज्योतिषशास्त्रों के अनुसार जिस भी व्यक्ति के दाहिने कान पर छिपकली गिरती है उसकी आयु में भी वृद्घि होती है। जबकि बांये कान पर छिपकली गिरने का मतलब आपको धन लाभ होगा।
  • पेट पर छिपकली गिरने का मतलब आभूषणों में वृद्धि होने से होता है। इसके अलावा यदि किसी भी व्यक्ति की जांघ पर छिपकली गिर जाती है तो यह भी शुभ फल देती है। क्योंकि इससे अचानक धन लाभ की स्थिति बन जाती है।
  • यदि सुबह बिस्तर से उठते वक्त व्यक्ति की नजर दीवार पर ऊपर की ओर चढ़ती हुई छिपकली पर पड़ जाए तो शुभ शकुन माना जाता है। इसका अर्थ यह है कि उस छिपकली का ऊपर की ओर चढ़ना व्यक्ति की उन्नति का परिचायक है।
  • दाहिने कान पर छिपकली के गिरने से स्वर्णाभूषणों की प्राप्ति होती है।
  • बालों पर अगर छिपकली गिरे तो जीवन पर संकट होता है, मृत्यु भी हो सकती है।
  • बाएं कान पर छिपकली गिरने से आयु बढ़ती है।
  • भौंहों पर छिपकली गिरने से आर्थिक नुकसान होता है।
  • दाहिनी आंख पर छिपकली गिरने पर किसी अच्छे दोस्त से मिलेंगे जबकि बाईं आंख पर छिपकली गिरने से जल्दी ही कोई बड़ा नुकसान होने का संकेत मिलता है।
  • नाक पर छिपकली का गिरना भाग्योदय का संकेत है।
  • मुख पर छिपकली का गिरना शीघ्र ही मधुर भोजन की प्राप्ति कराता है।
  • बाएं गाल पर छिपकली गिरने पर पुराने मित्र से मुलाकात होती है जबकि दाहिने गाल पर छिपकली गिरने से उम्र बढ़ती है।
  • दाढ़ी पर छिपकली गिरने से किसी बड़े और भयावह संकट का सामना करना पड़ सकता है।
  • मूंछ पर छिपकली गिरने से सम्मान की प्राप्ति होती है।
  • गर्दन पर छिपकली गिरने से सौभाग्य तथा यश मिलता है।
  • कंठ पर छिपकली गिरने पर शत्रुओं का नाश होता है।
  • दाहिने कंधे पर छिपकली गिरने से वाद-विवाद, युद्ध में विजय मिलती है जबकि बाएं कंधे पर छिपकली गिरने पर नए शत्रु बनते हैं।
  • दाहिने हाथ पर छिपकली गिरने पर धन लाभ तथा बाएं हाथ पर गिरने पर धनहानि होती है।
  • दाहिनी हथेली पर छिपकली गिरने से नए वस्त्रों की प्राप्ति होती है जबकि बाईं हथेली पर गिरने पर धनहानि होती है।
  • छाती के दाहिनी ओर छिपकली गिरने पर नई खुशियां मिलती है जबकि बाई छाती पर गिरने से घर में क्लेश होता है।
  • पेट पर छिपकली गिरना नए आभूषण प्राप्त होने का संकेत है।
  • पीठ के बीच में छिपकली गिरने पर घर में बड़ा क्लेश होता है।
  • कमर के बीच में छिपकली गिरने पर आर्थिक लाभ होता है। पीठ के दाईं तरफ गिरने पर सुख जबकि बाईं तरफ गिरने पर व्यक्ति रोगी बनता है।
  • नाभि पर छिपकली गिरने पर सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
  • दाईं जाघ पर गिरने से सुख तथा बाईं जांघ पर गिरने पर महान दुख प्राप्त होता है।
  • दाएं घुटने पर छिपकली गिरना जल्दी ही किसी शुभ यात्रा का संकेत है जबकि बाएं घुटने पर गिरना सौभाग्य की हानि है।
  • दाएं पैर व दाईं एड़ी पर छिपकली गिरना यानी यात्रा से लाभ मिलता है। बाएं पैर या बाईं एड़ी पर गिरने से बीमारी या घर में कलह होगी तथा दुख होगा।
  • दाएं पैर के तलवे पर छिपकली गिरने का मतलब ऐश्वर्य की प्राप्ति है। जबकि बाएं पैर के तलवे पर गिरने पर व्यापार में नुकसान उठाना पड़ता है।
  • दाएं पैर या दाएं एड़ी पर छिपकली गिरना यानी यात्रा से लाभ मिलता है। बाएं पैर या बाईं एड़ी पर छिपकली गिरने से बीमारी या घर में कलह होगी, दु:ख मिलेगा।
  • नए घर में प्रवेश करते समय यदि गृहस्वामी को छिपकली मरी हुई व मिट्टी लगी हुई दिखाई दे तो उसमें निवास करने वाले लोग रोगी हो सकते हैं। इस अपशकुन से बचने के लिए पूरे विधि विधान से पूजन करने के बाद ही नए घर में प्रवेश करना चाहिए।
  • अगर छिपकली लड़ती दिखे तो किसी दूसरे से झगड़ा संभव है ओर अलग होती दिखे तो किसी प्रियजन से बिछुड़ने का दुख सहन करना पड़ सकता है।
  • शकुन शास्त्र के अनुसार दिन में भोजन करते समय यदि छिपकली का बोलना सुनाई दे शीध्र ही कोई शुभ समाचार मिल सकता है या फिर कोई शुभ फल प्राप्त हो सकता है। हांलाकि ये घटना बहुत कम होती है क्योंकि छिपकली अघिकांश रात के समय बोलती हैं।
  • जब कभी शरीर पर छिपकली गिर जाती है तो अपशकुन निवारणार्थ हेतु सर्वप्रथम स्नान कर यह मंत्र 108 बार या 21 बार अवश्य जपें :

लाभप्रद मंत्र :-

ॐ नमः शांते प्रशांते ॐ,

हीं हीं सर्व क्रोध प्रशमनी स्वाहा।

उक्त मंत्र लाभप्रद है एवं अशुभ प्रभाव को क्षीण करते हैं और मंगल होता है।

अपनी कुंडली में काल सर्प दोष की जानकारी के लिए क्लिक करें