साल 2023 में इन राशियों से खत्‍म होगी शनि की साढ़े साती और ढैय्या

Indian Astrology | 02-Dec-2023

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ज्‍योतिषशास्‍त्र में शनि की साढ़े साती का बहुत महत्‍व है। साढ़े साती और शनि की ढैय्या जातक के जीवन को बहुत बुरी तरह से प्रभावित कर सकती है। साढ़ेसाती जीवन का वह चरण होता है, जिसमें व्‍यक्‍ति के मन में डर बैठ जाता है। हर व्‍यक्‍ति के जीवन में कभी ना कभी एक या इससे ज्‍यादा बार शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या जरूर आती है।

जब शनि कुंडली के बारहवें, पहले और दूसरे भाव में गोचर करता है, तब साढे़ सात साल के लिए शनि की साढ़ेसाती शुरू हो जाती है। 7.5 साल तक शनि के एक ही स्‍थान में बैठने के कारण इसे शनि की साढ़े साती का नाम दिया गया है।

यह अवधि को जातक के लिए खराब माना जाता है क्योंकि शनि, सबसे हानिकारक ग्रह, "चंद्रमा" के ऊपर से गुजरता है, जो वैदिक ज्योतिष में एक व्यक्ति के "मन" का प्रतिनिधित्व करता है। साढ़ेसाती आपके दिमाग को दबा देती है और आपकी सोच और तार्किक क्षमता पर हमला करता है। इससे आप ज्‍यादा कुछ सोचने-समझने की स्थिति में नहीं रहते हैं। यही वजह है कि शनि की साढ़साती के साथ व्‍यक्‍ति के जीवन में समस्स्‍याओं का आगमन भी शुरू हो जाता है।

साल 2023 में कुछ राशियों के ऊपर से शनि की ढैय्या और साढ़े साती खत्‍म हो रही है। इस वजह से इन राशियों के लोगों के लिए आने वाला साल सुखमय और आशाओं से भरा रहने वाला है। इस साल मकर, धनु और कुंभ राशि से शनि की साढ़े साती और ढैय्या का प्रभाव समाप्‍त होगा और इन राशि के लोगों को शनि देव की असीम कृपा प्राप्‍त होगी। इसके फल स्‍वरूप आपको अपनी मेहनत और प्रयासों का पूरा फल मिल पाएगा। हालांकि, इस संदर्भ में आप यह भी ध्‍यान रखें कि शनि देव मनुष्‍य को उसके बुरे कर्मों का फल भी जरूर देते हैं इसलिए इन राशि के जिन लोगों के कर्म अच्‍छे नहीं हैं, उन्‍हें शनि देव से शुभ फल भी प्राप्‍त नहीं हो पाएंगे।

 

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शनि गोचर 2023

नववर्ष 2023 में शनि देव मकर राशि से निकल कर 17 जनवरी को कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। इस स्‍थान परिवर्तन से मकर राशि के लोगों को थोड़ी राहत मिलेगी और उन्‍हें शनि के अशुभ प्रभावों से मुक्‍ति भी मिलेगी।

मकर पर शनि का प्रभाव

वर्ष 2017 में 36 जनवरी से मकर राशि पर शनि की साढ़ेसाती का आरंभ हुआ था और यह 29 मार्च को वर्ष 2025 में जाकर समाप्‍त होगी। हालांकि, वर्ष 2023 में शनि देव मकर राशि से कुंभ राशि में वक्री चाल चलेंगे जिससे मकर राशि के लोगों को थोड़ी राहत महसूस हो सकती है। आपके लिए यह बदलाव सुख, समृद्धि और संपन्‍नता लेकर आ सकता है।

 

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धनु राशि

वर्ष 2023 में 17 जनवरी को धनु राशि से शनि की साढ़े साती पूरी तरह से खत्‍म हो जाएगी। इससे धनु राशि के जातकों को काफी राहत महसूस होगी। अब लंबे समय से अटके हुए आपके काम बन सकते हैं और आपको पारिवारिक सुख-शांति का भी अनुभव होगा।

कुंभ राशि

साल 2022 में 29 अप्रैल को शनि देव ने कुंभ राशि में प्रवेश किया था। इसके बाद वो इसी साल 5 जून को कुंभ राशि में ही वक्री स्थिति में आए और 12 जुलाई को मकर राशि में प्रवेश कर गए। ससाल 2023 में शनि 17 से 18 जनवरी को कुंभ राशि में आएंगे और 2025 तक यहीं रहेंगे। इस स्‍थान परिवर्तन से शनि की साढ़ेसाती से कुंभ राशि के लोगों को थोड़ी राहत मिल सकती है। आपकी योजनाएं सफल हो सकती हैं।

 

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शनि की ढैय्या समाप्‍त होगी

मिथुन राशि से इस साल ढैय्या का प्रभाव खत्‍म होने वाला है। 17 जनवरी 2023 को जब शनि ग्रह मार्गी चाल चलेंगे, तब शनि की ढैय्या का प्रभाव पूरी तरह से खत्‍म हो जाएगा। शनि देव की कृपा से आपकी सभी मनोकामनाएं और अटके हुए काम पूरे होंगे। इस बदलाव से आपकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार आ सकता है।

तुला राशि

17 जनवरी को ही शनि ग्रह के मार्गी होने से तुला राशि पर से भी ढैय्या का प्रकोप हट जाएगा। इस राशि पर ढैय्या का समय 24 जनवरी 2020 से शुरू हुआ था और अब जाकर इस अवधि की समाप्ति होगी। इस स्‍थान परिवर्तन से तुला राशि के लोगों की सेहत में सुधार आ सकता है। जमीन-जायदाद का कोई काम पूरा कर सकते हैं।

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